पेटंजलि दिव्य तैल (50 मिली) – 60 पीसीएस:
पेटंजलि दिव्य तैल एक आयुर्वेदिक तेल है, जिसका उपयोग त्वचा की विभिन्न समस्याओं के उपचार में किया जाता है। यह तेल सोरायसिस, त्वचा सूजन, स्थानीय सूजन (स्थानीय शोथ) और त्वचा पोषण में सहायक होता है।
मुख्य लाभ:
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त्वचा संबंधी विकारों में राहत: यह तेल सोरायसिस, त्वचा सूजन और स्थानीय सूजन में राहत प्रदान करता है।
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त्वचा पोषण: दिव्य तैल त्वचा को पोषण देता है, जिससे त्वचा स्वस्थ और चमकदार रहती है।
सामग्री:
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आयुष्मान (Ashwagandha)
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सी बकथॉर्न (Seabuckthorn)
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दारुहल्दी तेल (Daruhaldi Oil)
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हल्दी तेल (Haldi Oil)
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नीम तेल (Neem Oil)
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तिल तेल (Sesame Oil)
उपयोग विधि:
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निर्देशित खुराक के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें।
सावधानियां:
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उपयोग से पहले चिकित्सकीय सलाह लेना उचित है।
पेटंजलि दिव्य केश तैल (100 मिली):
पेटंजलि दिव्य केश तैल एक आयुर्वेदिक तेल है, जिसे विशेष रूप से बालों की देखभाल और सिर की त्वचा की समस्याओं के लिए तैयार किया गया है। यह तेल बालों की जड़ों को पोषित करता है, जिससे बालों का झड़ना कम होता है और नए बालों की वृद्धि में सहायता मिलती है।
मुख्य लाभ:
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सिर की त्वचा की देखभाल: यह तेल सिर की त्वचा को मॉइस्चराइज करता है, जिससे सूखापन और पर्यावरणीय क्षति से बचाव होता है।
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बालों की मजबूती और वृद्धि: दिव्य केश तैल बालों को जड़ों से टिप्स तक पोषित करता है, जिससे बालों की गुणवत्ता में सुधार होता है और नए बालों की वृद्धि को उत्तेजित करता है।
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बालों का झड़ना और सफेदी में कमी: नियमित उपयोग से बालों का झड़ना कम होता है और समय से पहले सफेदी की समस्या में राहत मिलती है।
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सिरदर्द में राहत: इस तेल में ठंडक प्रदान करने वाले गुण हैं, जो सिरदर्द में राहत देने में सहायक होते हैं।
सामग्री:
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भृंगराज (Eclipta alba): बालों की गुणवत्ता में सुधार करता है।
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मंदूकपर्णी (Centella asiatica): सिर की त्वचा की सेहत में सहायक।
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आंवला (Emblica officinalis): बालों की वृद्धि और रंग में सुधार करता है।
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मंजिष्ठा (Rubia cordifolia): रक्त शुद्धि में सहायक, जो बालों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
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लोध्र (Symplocos racemosa): सिर की त्वचा की समस्याओं में राहत प्रदान करता है।
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चंदन (Santalum album): सिरदर्द में राहत और त्वचा की देखभाल में सहायक।
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बाला (Sida cordifolia): बालों की वृद्धि को बढ़ावा देता है।
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हल्दी (Curcuma longa): एंटीसेप्टिक और सूजनरोधी गुण प्रदान करता है।
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तिल तेल (Sesamum indicum): बालों की जड़ों को मजबूत करता है और उनकी वृद्धि में सहायक।
उपयोग विधि:
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प्रतिदिन 5-10 मिलीलीटर तेल को अपनी उंगलियों से सिर की त्वचा पर मालिश करें।
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मालिश के बाद कम से कम 30 मिनट तक तेल को सिर पर रखें, फिर शैम्पू से धो लें।
सावधानियां:
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केवल बाहरी उपयोग के लिए।
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आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार उपयोग करें।
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