📦 दिव्य शिलाजीत रसायन वटी (60 टैबलेट्स) — सम्पूर्ण जानकारी
📜 परिचय (Introduction)
दिव्य शिलाजीत रसायन वटी एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसमें मुख्य घटक शुद्ध शिलाजीत के साथ अन्य बल्य और रसायन द्रव्य मिलाए जाते हैं। यह पुरुषों की शक्ति, स्टैमिना, मानसिक व शारीरिक थकावट, सेक्सुअल विकारों, जोड़ों के दर्द और उम्रजनित कमजोरी में विशेष उपयोगी है।
यह एक टॉनिक, उत्तेजक, और शक्ति प्रदायक वटी है, जो शरीर को हर तरह से बलवान और निरोग बनाती है।
🌿 दोष नाशक प्रभाव (Effect on Doshas)
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वात दोष – नियंत्रित करता है
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पित्त दोष – शमन करता है
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कफ दोष – सामान्य रखता है
🌱 मुख्य गुणधर्म (Medicinal Properties)
| गुण (Quality) | प्रभाव |
|---|---|
| बल्य | ताकत बढ़ाता है |
| रसायन | बुढ़ापा धीमा करता है |
| शुक्रवर्धक | वीर्य व पुरुषत्व बढ़ाता है |
| उत्तेजक | यौन कमजोरी को दूर करता है |
| दीपन-पाचन | भूख व पाचन सुधारता है |
| वात-नाशक | जोड़ों के दर्द, कमजोरी में लाभकारी |
✅ मुख्य उपयोग (Indications)
📌 1️⃣ शारीरिक और मानसिक थकावट
कमजोरी, थकान, आलस्य, शरीर में कमजोरी दूर करता है।
📌 2️⃣ सेक्सुअल विकार (Sexual Weakness)
धातु दुर्बलता, शीघ्रपतन, नपुंसकता, स्वप्नदोष, यौन इच्छा की कमी में असरदार।
📌 3️⃣ जोड़ों का दर्द और वात रोग
वात जन्य सभी रोग, गठिया, कमरदर्द, सायटिका में आराम।
📌 4️⃣ हड्डियों और मांसपेशियों की कमजोरी
शरीर को ताकतवर बनाकर स्फूर्ति और स्टैमिना बढ़ाता है।
📌 5️⃣ इम्युनिटी और दीर्घायु के लिए
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
📌 सेवन विधि (Dosage & Method)
| उम्र | मात्रा | कैसे लें |
|---|---|---|
| वयस्क | 1-2 टैबलेट | दूध या पानी के साथ सुबह-शाम, भोजन के बाद |
⚠️ सावधानियाँ:
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बच्चों व महिलाओं को न दें।
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अधिक मात्रा में सेवन न करें।
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उच्च रक्तचाप व किडनी रोगी डॉक्टर से सलाह लें।
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अधिक गर्म तासीर वाले पदार्थों (मसालेदार, तली चीजें) के साथ सेवन न करें।
📣 प्रमोशनल टैगलाइन (हिंदी में)
“शक्ति, स्टैमिना और जोश का दमदार फार्मूला — दिव्य शिलाजीत रसायन वटी!”
📦 पैकिंग और कीमत:
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पैकिंग: 60 टैबलेट
📜 पारंपरिक उपयोग (Traditional Ayurvedic Uses)
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प्राचीन काल से शिलाजीत को “युवा बनाए रखने वाली औषधि” कहा जाता है।
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पुराने समय में इसे गाय के दूध के साथ सेवन कराया जाता था, जिससे शरीर में बल, ओज, और वीर्य की वृद्धि होती थी।
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वात व कफ जन्य रोगों में विशेष उपयोग।
🎁 स्पेशल टिप्स:
👉 थकावट और कमजोरी में इसे गाय के दूध और अश्वगंधा चूर्ण के साथ सेवन करना सर्वोत्तम।
👉 सेक्सुअल विकार में कौंच बीज चूर्ण और सफेद मुसली के साथ लेना और भी फायदेमंद।
👉 जोड़ों के दर्द में संयुक्त वटी के साथ प्रयोग करें।
📌 इस वटी में शामिल प्रमुख द्रव्य
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शुद्ध शिलाजीत
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अश्वगंधा
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कौंच बीज
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सफेद मुसली
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विधारा
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गोखरू
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प्रवाल पिष्टी
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वंग भस्म
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लौह भस्म
📖 दिव्य शिलाजीत रसायन वटी — सम्पूर्ण विस्तृत जानकारी
📌 औषधि का प्रकार :
👉 आयुर्वेदिक रसायन व बल्य वटी
यह एक शक्तिवर्धक, बल्य, यौनवर्धक और रसायन गुणों से भरपूर औषधि है, जो शुद्ध शिलाजीत और आयुर्वेद में वर्णित कई बल्य-वीर्य वर्धक वनस्पतियों से बनी होती है।
🌿 प्रमुख घटक (Ingredients)
| घटक का नाम | मात्रा व गुण |
|---|---|
| शुद्ध शिलाजीत | बल्य, वीर्यवर्धक, रसायन |
| अश्वगंधा | तनावहर, बल्य, यौन उत्तेजक |
| कौंच बीज | शुक्रवर्धक, धातु पुष्टिकर |
| सफेद मुसली | बलवर्धक, वीर्यवर्धक |
| गोखरू | मूत्र विकार व पुरुषत्व वर्धक |
| विदारा | शारीरिक शक्ति व स्टैमिना |
| वंग भस्म | धातु पुष्टिकर, शीघ्रपतन नाशक |
| लौह भस्म | खून की कमी व कमजोरी दूर |
🌱 औषधीय गुण (Medicinal Properties)
✅ बल्य (शक्ति वर्धक)
✅ रसायन (बुढ़ापा रोकने वाला)
✅ शुक्रवर्धक (वीर्य पुष्टिकर)
✅ वात-नाशक (जोड़ों के दर्द में लाभकारी)
✅ तनाव हर (Anti-stress)
✅ शारीरिक थकावट व कमजोरी नाशक
✅ सेक्सुअल पावर बढ़ाने वाला
✅ प्रमुख उपयोग (Indications)
1️⃣ धातु दुर्बलता (वीर्य की कमी)
2️⃣ शीघ्रपतन, स्वप्नदोष, नपुंसकता
3️⃣ स्तम्भन शक्ति में वृद्धि
4️⃣ शारीरिक कमजोरी व थकान
5️⃣ मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन
6️⃣ जोड़ों का दर्द, वात रोग
7️⃣ पुरुषत्व बढ़ाने में सहायक
8️⃣ सेक्सुअल स्टैमिना व जोश
9️⃣ बुढ़ापे को रोकने वाला
🔟 पुरानी कमजोरी, रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
📌 सेवन विधि (Dosage & Meth
⚠️ सावधानियाँ
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12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को न दें।
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महिलाओं, गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए वर्जित।
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उच्च रक्तचाप व किडनी रोगियों को डॉक्टर की सलाह से।
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अत्यधिक सेवन से पाचन में भारीपन, अपच हो सकता है।
📣 प्रमोशनल टैगलाइन (हिंदी में)
“शक्ति, स्टैमिना और जोश का दमदार फार्मूला — दिव्य शिलाजीत रसायन वटी!”
“अब हर दिन भरपूर ताकत और जोश — पतंजलि शिलाजीत रसायन वटी के साथ!”
📜 पारंपरिक आयुर्वेदिक उपयोग
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प्राचीन समय में राजा-महाराजा व वीर योद्धा अपनी शक्ति, वीर्य और यौन क्षमता को बनाए रखने के लिए शिलाजीत और रसायन वटी का नियमित सेवन करते थे।
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आयुर्वेद में इसे “कायाकल्प रसायन” कहा गया है।
🎁 स्पेशल टिप्स
👉 थकावट व कमजोरी में — गाय के दूध व 1-2 बादाम के साथ लेना।
👉 यौन विकार में — कौंच बीज चूर्ण, सफेद मुसली, अश्वगंधा व शतावरी के साथ लेना।
👉 जोड़ दर्द में — दिव्य संयुक्त वटी के साथ।




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